tag:blogger.com,1999:blog-6603932895783061572.post5484807659892886215..comments2024-03-03T18:34:58.420-08:00Comments on जन-आवाज: किसी सहारे के मोहताज नहीं बुजुर्गRajendra Rathorehttp://www.blogger.com/profile/09244784857338804151noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6603932895783061572.post-10044544414315581322013-10-01T10:09:05.830-07:002013-10-01T10:09:05.830-07:00आजकल हर दिन किसी न किसी को समर्पित हो गया है. कई ल...आजकल हर दिन किसी न किसी को समर्पित हो गया है. कई लोग इसका विरोध भी करते हैं, पर इसका सकारात्मक पहलू यह है कि आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में एक पल ठहरकर हम उस भावना पर विचार करें, जिस भावना से ये दिवस आरंभ हुए हैं. Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03706889485868626594noreply@blogger.com